RAKESH ROHILLA KURUKSHETRA
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कुरुक्षेत्र धरोहर हरियाणा संग्रहालय में प्रदेश तथा देश के प्रसिद्ध राजवंशों से संबंधित सिक्कों का सेक्शन तैयार किया जाएगा, ताकि जनता प्रदेश की जनपदीय एवं रियासतों के सिक्कों के इतिहास से रुबरु हो सके। यह घोषणा कुवि के कुलपति डॉ. डीडीएस सन्धू ने धरोहर हरियाणा में आयोजित एक दिवसीय सिक्कों के प्रदर्शनी के उद्घाटन के पश्चात की। एक दिवसीय प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर कुवि के कुलपति ने हरियाणा तथा पंजाब के अलग-अलग भागों से आए सिक्कों के संकलनकर्ताओं के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के सिक्कों की प्रदर्शनी का आयोजन किया था। मुख्यातिथि ने अलग अलग रजवाड़ों तथा रियासतों के सिक्कों का गहनता से अवलोकन किया और इनकी प्राचीनता एवं पुरातनता के विषय में जानकारी हासिल की। उधर, कुवि के कुलसचिव डॉ. सुरेन्द्र देशवाल ने भी धरोहर हरियाणा संग्रहालय में आयोजित सिक्कों की एकदिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उन्होंने कहा कि हरियाणा से संबन्धित सिक्कों को धरोहर हरियाणा संग्रहालय में स्थान दिया जाना चाहिए। इसी कड़ी में प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर विषय-विशेषज्ञ के रूप में पुरातत्वविद प्रो. देवेन्द्र हाण्डा, एमडी यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के प्रो. मनमोहन कुमार, पुरातत्व एवं प्राचीन इतिहास विभाग के प्रो. डॉ. सचदेव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि धरोहर हरियाणा संग्रहालय की प्रदर्शनी में तीन हजार से भी अधिक सिक्कों का प्रदर्शन किया गया था। इनमें सुघ, जनपदीय, कुरु, कार्तिकेय, योधेय, चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य, चन्द्रगुप्त द्वितीय, चन्द्रगुप्त मौर्य, स्थानीय रजवाड़ों, रियासतों, गुप्तकाल, मौर्यकाल, प्रतिहार वंश, पृथ्वीराज चौहान, मुगलकालीन शासकों के सिक्के, ब्रिटिश काल के सिक्के तथा मेडल प्रदर्शित किए गए थे। इससे पूर्व हिन्दी विभाग की अध्यक्षा डॉ. सरीता विशिष्ठ, प्रो. बाबूराम, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. सीडीएस कौशल, प्रो. जितेन्द्र सिंह, शिक्षक क्लब के प्रधान डॉ. अनिल गुप्ता, धरोहर हरियाणा संग्रहालय के क्यूरेटर डॉ. महासिंह पूनिया, कूटा सचिव डॉ. राजपाल, डॉ. ज्ञान चहल प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।
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